सेना ने मतदान का सामना करने, चुनाव कराने या इस्तीफा देने का दिया अल्टीमेटम : इमरान खान
इमरान खान बयानी हमले में पाकिस्तान के मजबूत और संयुक्त विपक्ष के साथ-साथ उन्होंने अमेरिका और भारत पर भी आरोप लगाया है. उन्होंने पाकिस्तानी सेना के उस अल्टीमेटम को भी उजागर कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि वे मतदान का सामना करें.
Imran Khana News : महंगाई के मुद्दे पर अपने खिलाफ पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में पेश अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाले मतदान से पहले इमरान खान पैंतरे पर पैंतरा बदल रहे हैं. उन्होंने अपने विरोधियों पर हमले तेज कर दिए हैं. बयानी हमले में पाकिस्तान के मजबूत और संयुक्त विपक्ष के साथ-साथ उन्होंने अमेरिका और भारत पर भी आरोप लगाया है. इसके साथ ही, उन्होंने पाकिस्तानी सेना के उस अल्टीमेटम को भी उजागर कर दिया है, जिसमें उन्हें कहा गया है कि वे अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का सामना करें, पाकिस्तान में चुनाव कराएं या फिर वे प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दें. अविश्वास प्रस्ताव पर रविवार तीन अप्रैल को मतदान होना है.
जान को खतरा, पर घबराहट नहीं:
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने नए बयान में कहा कि उनके पास इस बारे में विश्वसीय सूचना है कि उनकी जान को खतरा है, लेकिन वे तनिक भी घबराए हुए नहीं हैं. एक स्वतंत्र एवं लोकतांत्रिक पाकिस्तान के लिए अपनी जंग जारी रखेंगे. रविवार को संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाले मतदान से पहले खान ने 'एआरवाई न्यूज' से कहा कि ताकतवर सेना ने उन्हें तीन विकल्प दिए हैं, जिसमें अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का सामना करने, समय से पहले चुनाव कराने या प्रधानमंत्री के तौर पर इस्तीफा दे देने की बात कही गई है.
चुनाव कराना बेहतर विकल्प:
अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा, 'मैंने कहा कि समय से पहले चुनाव कराना सबसे अच्छा विकल्प है. मैं इस्तीफा देने के बारे में कभी नहीं सोच सकता और अविश्वास प्रस्ताव के लिए मुझे विश्वास है कि मैं आखिरी मिनट तक मुकाबला करूंगा. खान ने कहा कि न सिर्फ उनकी जान खतरे में है, बल्कि विदेशी हाथों की कठपुतली बना विपक्ष उनका चरित्र हनन भी करेगा.'
विपक्ष ने चरित्र हनन की रची साजिश:
क्रिकेटर से राजनेता बने खान (69) ने कहा कि मैं अपने राष्ट्र को यह बताना चाहता हूं कि मेरी जान को भी खतरा है, उन्होंने (विपक्ष ने) मेरा चरित्र हनन करने की भी साजिश रची है. न सिर्फ मेरा, बल्कि मेरी पत्नी का भी. इमरान खान ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उन्हें विपक्षी नेता शहबाज शरीफ जैसे लोगों से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम बच गये (अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान में), तो हम इन दल-बदलुओं के साथ काम नहीं करेंगे (जो उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ को छोड़ कर विपक्षी खेमे में जा मिले हैं).
अगस्त से थी साजिश की जानकारी:
खान ने कहा कि समय से पहले चुनाव कराना बेहतर विकल्प है और मैं अपने राष्ट्र से अनुरोध करूंगा कि मुझे एक साधारण बहुमत दें, ताकि मुझे समझौते नहीं करने पड़े. उन्होंने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को एक साजिश करार देते हुए कहा कि वह इस बारे में पिछले साल अगस्त से जानते थे और उनके पास ऐसी रिपोर्ट थी कि कुछ विपक्षी नेता दूतावासों के चक्कर लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हुसैन हक्कानी जैसे लोग लंदन में (पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री) नवाज शरीफ से मिल रहे थे.
विदेशी ताकतों को उनकी नीति पर ऐतराज:
एआरवाई न्यूज की खबर के अनुसार, खान ने कहा कि विदेशी ताकतों ने उनकी स्वतंत्र विदेश नीति पर ऐतराज जताया है. खान ने कहा कि धमकी भरे पत्र में न सिर्फ सत्ता परिवर्तन की मांग की गई है, बल्कि प्रधानमंत्री पद से उन्हें हटाये जाने का भी साफ-साफ जिक्र किया गया है. इससे पहले, पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने शुक्रवार को दावा किया कि सुरक्षा एजेंसियों ने प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश रचे जाने की सूचना दी है.
बढ़ाई गई इमरान खान की सुरक्षा:
'डॉन' अखबार ने चौधरी के हवाले से बताया कि इन खबरों के बाद सरकार के फैसले के अनुसार खान की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. हफ्ते भर पहले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता फैसल वावड़ा ने भी इसी तरह के दावे किए थे. उन्होंने कहा था कि खान के देश को बेचने से इनकार करने पर उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है. वावड़ा ने कहा था कि खान की जान को खतरा है. वावड़ा ने यह भी कहा था कि खान को कई बार कहा गया कि 27 मार्च को हुई उनकी रैली के मंच के सामने बुलेटप्रूफ कांच लगाए जाने की आवश्यकता है, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था.
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