श्रीलंका में सिलसिलेवार 8 बम धमाकों में मरनेवालों की संख्या 300 तक पहुंचा

श्रीलंका लंबे समय के बाद फिर एक बार 8 बम विस्फोटो से दहल गया है। 21 अप्रैल को श्रीलंका के चर्चों और होटलों में हुए धमाकों में मरने वालों की संख्या 300 तक पहुंच गयी है जबकि 500 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। जिसमें कुल 33 विदेशी नागरिकों भी मारे गए हैं। वहीं जेडीएस के दो नेताओं समेत छह भारतीय भी मृतकों में शामिल हैं।

श्रीलंका में सिलसिलेवार 8 बम धमाकों में मरनेवालों की संख्या 300 तक पहुंचा

श्रीलंका लंबे समय के बाद फिर एक बार 8 बम विस्फोटो से दहल गया है। 21 अप्रैल को श्रीलंका के चर्चों और होटलों में हुए धमाकों में मरने वालों की संख्या 300 तक पहुंच गयी है जबकि 500 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। जिसमें कुल 33 विदेशी नागरिकों भी मारे गए हैं। वहीं जेडीएस के दो नेताओं समेत छह भारतीय भी मृतकों में शामिल हैं।
21 अप्रैल की रात पुलिस को कोलंबो एयरपोर्ट के पास छह फीट लंबा पाइप बम मिला। जिसे एयरफोर्स ने डिफ्यूज कर दिया। वहीं 24 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। 
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निंदा करते हुए लिखा कि हमारे क्षेत्र में बर्बरता के लिए कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने मृतकों और घायलों के परिवारों के साथ संवेदना जताई।
आठ में से शुरुआती छह धमाके लगभग एक ही समय पर सुबह 8 बजकर 45 बजे हुए। बाकी दो धमाके दोपहर में दो से ढाई बजे के बीच कोलंबो में हुए।
इस घटना से 10 दिन पहले ही श्रीलंका के पुलिस प्रमुख पुजुत जयसुंदरा ने 11 अप्रैल को चेतावनी देते हुए कहा था, ‘‘एक विदेशी खुफिया एजेंसी ने कहा है कि श्रीलंका का कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन नेशनल थोहीथ जमात (एनटीजे) देश के प्रमुख चर्चों और कोलंबो के भारतीय उच्चायोग पर आत्मघाती हमले की साजिश रच रहा है।’’