ये है धनतेरस पर खरीदारी और पूजन का शुभ मुहूर्त, इन वस्तुओं की खरीदारी से होंगी मनाकामनाएं पूर्ण!
धनतेरस के दिन धातु का बर्तन अवश्य खरीदें। अगर पानी का बर्तन हो तो ज्यादा अच्छा होगा। गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां दोनों अलग-अलग होनी चाहिए। खील-बताशे और मिटटी के दीपक की खरीदारी करते समय इस बात का ख्याल रखें कि एक बड़ा दीपक भी जरूर हो। चाहें तो अंकों का बना हुआ धन का कोई यंत्र भी खरीदें। इसकी पूजा धनतेरस के दिन भी कर सकते हैं।
देश भर में आज धनतेरस का पावन पर्व मनाया जा रहा है। यह पर्व कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। शास्त्रानुसार इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान अमृत का कलश लेकर देवताओं के वैद्य धनवंतरि प्रकट हुए थे। स्वास्थ्य रक्षा और आरोग्य के लिए इस दिन धनवंतरि देव की पूजा-उपासना की जाती है।
धरतेरस के दिन को भगवान कुबेर का दिन भी माना जाता है और धन सम्पन्नता के लिए कुबेर की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन लोग मूल्यवान धातुओं और नए बर्तनों एवं आभूषणों की खरीदारी करते हैं। उन्हीं बर्तनों, आभीषणों और मूर्तियों से दीपावली की मुख्य पूजा की जाती है।
धनतेरस के दिन क्या खरीदें?
धनतेरस के दिन धातु का बर्तन अवश्य खरीदें। अगर पानी का बर्तन हो तो ज्यादा अच्छा होगा। गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां दोनों अलग-अलग होनी चाहिए। खील-बताशे और मिटटी के दीपक की खरीदारी करते समय इस बात का ख्याल रखें कि एक बड़ा दीपक भी जरूर हो। चाहें तो अंकों का बना हुआ धन का कोई यंत्र भी खरीदें। इसकी पूजा धनतेरस के दिन भी कर सकते हैं।
किस वस्तु की खरीदारी करेगी मनोकामना पूर्ण?
धनतेरस के दिन किसी वस्तु की खरीदारी से आप अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करना चाहते हैं, तो आप इसे भी जान लीजिए। आप जान लीजिए कि धनतेरस के दिन क्या खरीदकर घर लाने से किस मनाकामना की होती है पूर्ति? अगर आप आर्थिक लाभ चाहते हैं तो पानी का बर्तन खरीदें, कारोबार में विस्तार और उन्नति के लिए धातु का दीपक, संतान संबंधी समस्या के लिए थाली या कटोरी, स्वास्थ्य और आयु के लिए धातु की घंटी, घर में सुख शांति और प्रेम के लिए खाना पकाने के बर्तन खरीदें।
धनतेरस के दिन कैसे करें पूजा?
धनतेरस के दिन संध्याकाल में उत्तर की ओर भगवान कुबेर और धनवंतरि की मूर्ति स्थापना करें। दोनों के सामने एक एक मुख का घी का दीपक जलाएं। कुबेर को सफेद मिठाई और धनवंतरि को पीली मिठाई चढ़ाएं। पहले "ॐ ह्रीं कुबेराय नमः" का जाप करें। फिर "धन्वन्तरि स्तोत्र" का पाठ करें,तत्पश्चात प्रसाद ग्रहण करें।पूजा के बाद दीपावली पर कुबेर को धन स्थान पर और धन्वन्तरि को पूजा स्थान पर स्थापित करें।
धनतेरस पर पूजन व खरीदारी का मुहूर्त
दोपहर 12.00 से 01.30 के बीच में खरीदारी करें। रात्रि 09.00 से 10.30 के बीच खरीदारी करें। इसी समय में पूजन करना भी शुभ होगा। प्रातः 10.30 से 12.00 के बीच पूजन और खरीदारी भूलकर भी न करें। इससे भारी नुकसान हो सकता है।
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