Lockdown-4.0 : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अधिकारियों को निर्देश,कहा-प्रवासी कामगारों की जरूरतों का रखें विशेष ध्यान,उनकी हर समस्या का करें समाधान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक उच्चस्तरीय बैठक में लॉकडाउन की समीक्षा के दौरान कहा, 'उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों को भोजन और पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए।' मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के साथ-साथ टोल प्लाजा, एक्सप्रेस-वे और प्रमुख चौराहों पर प्रवासी कामगारों के लिए भोजन और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
देशव्यापी लॉकडाउन को उत्तउर प्रदेश में भी 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। प्रदेश के मुख्यसमंत्री योगी आदित्यानाथ ने राज्य के सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस का सख्ती से पालना हो। लॉकडाउन के दौरान किसी तरह कोतोही नहीं बरती जाए। गृह मंत्रालय के सभी दिशा निर्देशों का अक्षरसह पालन करना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की सामाओं पर फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए हैं। प्रदेश के अपर प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पिछले 8-9 दिन में विभिन्न राज्यों से उत्तर प्रदेश के 60 लाख प्रवासी मजदूर अपने घर लौट आए हैं।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि राज्य में जितने भी कामगार आ रहे हैं,उनके लिए सारी व्यवस्था निःशुल्क रहेगी, कहीं भी किसी भी श्रमिक से कोई भी धनराशि नहीं ली जाएगी। भोजन की व्यवस्था भी सरकार और लोगों का सहयोग लेकर की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को बस से भेजने के लिए धनराशि भी स्वीकृत की गई है, इसलिए किसी भी प्रवासी कामगार से यात्रा के लिए धनराशि न ली जाए। राज्य सरकार प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को ट्रेन से निःशुल्क प्रदेश ला रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में लॉकडाउन की समीक्षा के दौरान कहा, 'उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों को भोजन और पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए।' मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के साथ-साथ टोल प्लाजा, एक्सप्रेस-वे और प्रमुख चौराहों पर प्रवासी कामगारों के लिए भोजन और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में 590 श्रमिक स्पेशल ट्रेन देश के विभिन्न राज्यों से प्रवासी कामगारों को लेकर आ गई हैं। राज्य सड़क परिवहन निगम की 12 हजार बसों के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिलों में भेजने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा सभी 75 जिलों में 15 हजार बसें अतिरिक्त रूप से उपलब्ध कराई गई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग पैदल, बाइक, थ्री-व्हीलर या ट्रक आदि जैसे असुरक्षित साधनों से यात्रा न करें। इसके लिए पुलिस द्वारा सघन पेट्रोलिंग करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए। प्रवासी श्रमिकों को बताया जाए कि वे ट्रेन और बस जैसे सुरक्षित साधन से ही यात्रा करें। पैदल, बाइक, थ्री-व्हीलर या ट्रक आदि जैसे असुरक्षित साधन को अपनाकर स्वयं और अपने परिवार को जोखिम में न डालें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन निगम द्वारा संचालित सभी बसों को नियमित रूप से सेनिटाइज किया जाए। बस में सेनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। परिवहन निगम यह भी सुनिश्चित करें कि प्रत्येक निजी बस में दो चालक हों। उन्होंने परिवहन विभाग को प्रवर्तन कार्य प्रभावी रूप से करने के निर्देश देते हुए कहा कि आरटीओ और एआरटीओ सतत निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करें कि सड़क दुर्घटना न होने पाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर्स और सामुदायिक रसोई की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए। इनमें साफ-सफाई और सुरक्षा के समुचित प्रबन्ध किए जाएं। सभी जरूरतमंदों को सामुदायिक रसोई से भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोने पाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण और शहरी इलाकों में गठित निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा निगरानी समितियों के सदस्यों से संवाद कर इनके द्वारा किए जा रहे सर्विलांस कार्य की निगरानी की जाए। उन्होंदने पल्स आक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी पृथक केंद्रों में यह उपकरण अवश्य हो।
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