हिंदुस्तानी भाषा अकादमी और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र का सराहनीय कदम,3500 मेधावी छात्रों और 350 शिक्षकों को किया सम्मानित,The India Plus News ने निभाई मीडिया पार्टनर की भूमिका
देश की विविधि भाषाओं के उत्थान के उद्देश्य से हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में 4 मार्च को 'मेधावी छात्र एवं शिक्षक सम्मान समारोह' का आयोजन सम्पन्न हुआ। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के विशाल प्रांगण में आयोजित समारोह के दौरान दिल्ली प्रदेश के 3500 मेधावी छात्रों और उनके 350 भाषा शिक्षकों को सम्मानित किया गया। समारोह में The India Plus News और The Hindi Plus की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। दोनों डिजिटल चैनल्स ने समारोह के पल-पल की खबरों को देश की आम जनता तक पहुंचाने का काम किया।
भाषा किसी भी देश की संस्कृति की सजीव संवाहिका और देश के समाज और व्यक्ति की पहचान होती है। भाषा हमारी संस्कृति, उदात्त परम्पराओं, उत्कृष्ट ज्ञान और विपुल साहित्य को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए परम आवश्यक है। भारत भी एक ऐसा ही देश है,जहां अनेक भाषएं हैं और उन्हीं भाषाओं सरक्षण और संवर्धन की दिशा में हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी लंबे समय कार्य करता आ रहा है।
देश की विविधि भाषाओं के उत्थान के उद्देश्य से ही हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में 4 मार्च को 'मेधावी छात्र एवं शिक्षक सम्मान समारोह' का आयोजन सम्पन्न हुआ। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के विशाल प्रांगण में आयोजित समारोह के दौरान दिल्ली प्रदेश के 3500 मेधावी छात्रों और उनके 350 भाषा शिक्षकों को सम्मानित किया गया। समारोह में सैंकड़ों छात्रों, शिक्षकों के साथ अभिभावकों, साहित्यकारों, विद्वतजनों और पत्रकारों की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।
सम्मान सम्मारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। उसके बाद हिन्दुस्तानी भाषा अकदमी के अध्यक्ष श्री सुधाकर पाठक ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। अपने उद्बोधन में सुधाकर पाठक ने कहा कि भाषिक विविधता और भाईचारा ही भारतीय संस्कृति की मूलभूत विशेषता है। निज भाषा के प्रति जिम्मेदारी का बोध होना ही हर भारतीय नागरिक का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि भारतीय भाषाओं के इन्हीं नवांकुरों को संरक्षित करने के उद्देश्य से अकादमी प्रत्येक वर्ष इस तरह का आयोजन करती है,जो भाषाओं की नींव को और भी मजबूत करता है। दिल्ली में तीसरी बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है और इसके सकारात्मक और सुखद परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
सम्मान समारोह के दौरान मंचासीन अतिथियों द्वारा 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में हिन्दी और संस्कृत विषय में शत प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले 49 मेधावी छात्रों को 'भाषा रत्न सम्मान' से विभूषित किया गया। शेष छात्रों को जिन्होंने भारतीय भाषाओं हिन्दी, संस्कृत, पंजाबी, बंगाली, उर्दू और गुजराती आदि विषयों में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, उन्हें 'भाषा दूत सम्मान' से सम्मानित किया गया। सर्वाधिक प्रविष्टियां भेजने पर कुलाची हंसराज मॉडल स्कूल, अशोक विहार, दिल्ली को 'भाषा प्रहरी सम्मान' से सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह के दौरान हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी द्वारा प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका 'हिन्दुस्तानी भाषा भारती' एवं अकादमी की अब तक की यात्रा को समेटे 'यात्रा अनवरत...' पुस्तिका का लोकार्पण भी किया गया। इस समारोह में द इंडिया पल्स न्यूज और द हिन्दी प्लस की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। दोनों डिजिटल चैनल्स ने समारोह के पल-पल की खबर को देश की आम जनता तक पहुंचाने का काम किया।
दिल्ली प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों से अपनी-अपनी वर्दी में आए छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बरबस ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। रंग-बिरंगे पोशाकों में विद्यार्थियों ने कार्यक्रम की शोभा और गरिमा में चार चांद लगा दिया। सम्मान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों और शिक्षकों के हर्षित-पुलकित चेहरे देखते ही बन रहे थे। सभी में गजब का उत्साह और उमंग था।
समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी जी उपस्थित रहे। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित हंसराज कॉलेज की प्राचार्या प्रो. रमा शर्मा ने समारोह की अध्यक्षता की। विशिष्ट अतिथि के रूप में हिंदी अकादमी, दिल्ली के सचिव डॉ. जीतराम भट्ट, फिजी दूतावास के परामर्शदाता श्री नीलेश रोनिल कुमार और हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी के अध्यक्ष श्री सुधाकर पाठक जी मंचासीन थे।
केंद्रीय हिंदी निदेशालय, वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली आयोग और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के पुस्तकों के स्टाल्स सबके आकर्षण के केंद्र रहे। केंद्रीय हिंदी निदेशालय की ओर से लगभग 2000 पुस्तकों का निःशुल्क वितरण भी किया गया। समारोह में आए छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और अतिथियों द्वारा खचाखच भरे हुए समारोह स्थल में हर्ष, उल्लास और गर्व का वातावरण रहा।
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